प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने के बाद भड़के वैरागी संत बैठे धरने पर, जानिए क्या है मांगे।
Haridwar/ tushar gupta
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कुम्भ मेला क्षेत्र में कुम्भ 2021 के दौरान हुए अतिक्रमण पर जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही की गई थी। जिस दौरान जिला प्रशासन की टीम को संतो के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा था। जिसके बाद आज बैरागी कैम्प में वैष्णव संप्रदाय के तीनों अखाड़ो निर्मोही, दिगम्बर ओर निर्वाणी अनी अखाड़े के संतों ने जिला प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस अवसर पर निर्मोही अखाडे के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेन्द्र दास ने कहा कि जो प्रशासन द्वारा कल अतिक्रमण मैं मंदिर भी हटाया गया है वह बढ़ा ही दुखनीय है और हम इसकी निंदा करते हैं साथ ही मैं देश के समस्त साधु-संतों से निवेदन करता हूं कि वह ज्यादा से ज्यादा यहा हरिद्वार पहुंचे और हमारे साथ इस दंडनीय अपराध के विरोध में धरने में शामिल हो। उन्होंने यह भी कहा की सरकार से हम यह निवेदन करते हैं जिन प्रशासन कर्मियों ने कल आकर यहां बदतमीजी करी और मंदिर तोड़ा उनको नौकरी से बर्खास्त किया जाए।
निर्वाणी अनी अखाड़ा के अध्यक्ष श्री महंत धर्मदास का कहना है यह हिंदू परंपरा और संस्कृति के खिलाफ प्रशासन द्वारा बहुत दयनीय काम किया गया है जिसका संत समाज घोर निंदा करता है और उत्तराखंड प्रशासन एकजुट होकर काम नहीं कर रहा है और सब सिर्फ घुस ही खा रहे हैं। उन्होंने अंत में यह कहा की जब तक यहां पर पूर्ण रूप से दोबारा हनुमान जी का मंदिर नहीं बनता यह धरना अनिश्चित काल तक चलता रहेगा।